Wednesday, July 2, 2008

हे भगवान मैं एक आँख से अँधा हो जाऊ

हमारे मनोहर भैया अपने पड़ोसी से बहुत परेसान थे,उन्हें समझ में नही आ रहा था की क्या करे!मनोहर भैया का पड़ोसी अमीर आदमी था और हमारे मनोहर भैया ग़रीब थे!पड़ोसी मनोहर भैया की गरीबी का मजाक उडाता और मनोहर भैया को तंग करता रहता था!
एक दिन मनोहर भैया को भगवान मिल गए,मनोहर भैया की परेशानी देखकर भगवान बोले मनोहर मांग जो तुझे मागना है.
मनोहर भैया भगवान को देखकर फूले नही समाये और मनोहर बोले हे भगवान अगर मैं आपसे कोई भी एक सामान मांगू तो वह पड़ोसी के पास दो हो जाए!
मनोहर भइया घर आए और पहुचते ही कहा हे भगवान मेरे पास एक टू व्हीलर हो जाए, उनके पास एक टू व्हीलर हो गयी.अब तो मनोहर भैया की खुशी का ठिकाना ना रहा!
मनोहर भैया अपनी टू व्हीलर पर बैठ कर पड़ोसी को दिखाने जाते है,लेकिन पड़ोसी के यहाँ दो टू व्हीलर देखकर वापस लौट आते है!
मनोहर भैया फिर कहते है हे भगवान मेरे पास एक फोर व्हीलर हो जाए.मनोहर के पास एक फ़ोर व्हीलर हो जाती है!
मनोहर भैया फिर पड़ोसी के यहाँ अपनी फ़ोर व्हीलर ले कर जाते है,पड़ोसी के यहाँ देखते है दो फ़ोर व्हीलर खडी है.मनोहर भैया को भगवान के ऊपर बहुत गुस्सा आती है और भगवान से कहते है हे भगवान मैं एक आँख से अँधा हो जाऊ.मनोहर भैया एक आँख से अंधे हो जाते है!
मनोहर भैया फिर पड़ोसी के यहाँ जाते है और पड़ोसी को देखकर बहुत खुश होते है!

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